तुमने जाना ही कहा है, मुझे अभी,
कुछ पल की ही तो, मुलाक़ात है अभी,
जितनी, सुलझी जिंदगी समझते हो मेरी,
उलझनों से मेरी, मिलना है अभी,
बहुत मुश्किल से सीखा है,
सम्हाल कर चलना मैंने,
सीधे रास्तों पर भी, अक्सर गिरी हूं मै,
हाथ मेरा थामने से पहले,
एक बार सोच तो को जरा,
पहले भी टूटी, बिखरी हूं मैं,
बड़ा मुश्किल है, यकीं अब करना,
काफिरों की हमदर्द, रहीं हूं मैं,
अब तो, नहीं लगता, मौत से भी डर,
जरा सी जिंदगी में, कई बार मरी हूं मैं,
देव