[11/10, 12:08 am] Dev… Devkedilkibaat.Com:
अभी शाम है, शाम भी जी लेते है,
अंधेरों में दिए जला, जरा, रोशनी कर देते है,
सितारों की चादर में, जरा वक़्त गुज़र ले,
चांदनी, उस चांद की, भी तो थोड़ी निहार ले।।
देव
[11/10, 12:13 am] Dev… Devkedilkibaat.Com:
दुनिया तो नादा है, क्या जाने,
हाल दिलो का, क्या, पहचाने,
मेरे ख्वाबों की, गलियों का,
बेचारे, क्या रस्ता, जाने।।
देव
[11/10, 1:02 am] Dev… Devkedilkibaat.Com:
रूह रहती है यहां, कुछ पूरे, अधूरे ख्वाबों की,
जब कोई नहीं होता यह, खुद से मुलाक़ात होती है।।
देव
[11/10, 8:25 am] Dev… Devkedilkibaat.Com:
हर चेहरा, कुछ अलग दिखता है,
कोई भी कम, हसीं, नहीं दिखता है,
किसको कैद करू, किसे छोड़ूं, में आज,
जद्दोजहद ये, दूर तक नहीं है आज
देव
Devkedilkibaat.com
[11/10, 9:19 am] Dev… Devkedilkibaat.Com:
किसी के इश्क में, खुद को भूलना, है लाजमी,
जिंदगी की जद्दोजहद में, क्यूं, खुद को जाया करते हो।।
देव
[12/10, 1:45 am] Dev… Devkedilkibaat.Com:
रोतो को हंसाना जानते है हम,
सोतो को उठाने, का हुनर भी है,
रस्ता तेरे घर का, गर पता होता,
आरज़ू तेरी, पूरी पल में कर देता।।
देव
[12/10, 1:46 am] Dev… Devkedilkibaat.Com:
मुझसे पूछा तो जरा होता,
मेरी जिंदगी, कहा मेरी है
[12/10, 1:54 am] Dev… Devkedilkibaat.Com:
फिर भी दिल , लगा लिया उससे,
उस इजहारे प्यार का इंतेज़ार करते है
तस्वीर उसकी बसा कर आंखो में
रातों में, उसके ख़्वाब बुनते है
देव
[12/10, 1:54 am] Dev… Devkedilkibaat.Com:
अब और कितना, कितना दूर जाओगी,
नजर आती हो, और पास नहीं होती।।
देव
[12/10, 1:54 am] Dev… Devkedilkibaat.Com:
दर्द अब दर्द कहा देता है
मेरी चौखट पे बैठ, अक्सर रोता है
[12/10, 9:31 am] Dev… Devkedilkibaat.Com:
तेरी एक अलग पहचान है,
तू स्त्री का अभिमान है,
वेस्टर्न कपड़ों से, सेक्सी बनने वालो केलिए,
[12/10, 9:43 am] Dev… Devkedilkibaat.Com:
अब पढ़ भी लो, जरा ज्ञान बढ़ जाएगा,
ऐसे कैसे, तुम्हे ये शहर समझ आयेगा,
लोग तो यूं ही, फिजूल की आस लगा बैठे थे,
कहा पता था, ब्रो, हुस्न बन जाएगा।
देव
[15/10, 12:36 am] Dev… Devkedilkibaat.Com:
तुम्हारी खामोशी, तेरा हर जवाब बताती है,
तू बिन कहे, बहुत कुछ कह जाती है।।
देव
[15/10, 12:36 am] Dev… Devkedilkibaat.Com:
छुपाना कैसा, जब रिश्ता है दिल का,
नज़रे तो अक्सर, झूठ पर यकीं करती है।।
देव
[15/10, 12:36 am] Dev… Devkedilkibaat.Com:
अंधेरों में परछाई भी, चुप चाप, खिसक जाती है,
यारो की आवाज, मुसीबतों में रस्ता दिखाती है।
देव
[15/10, 12:41 am] Dev… Devkedilkibaat.Com:
मिलते तो बहुत है,
पर शिकायतों को सबर कहा।।
देव
[15/10, 12:45 am] Dev… Devkedilkibaat.Com:
इश्क़ में ख़ाक ही हो जाओगे,
तो इश्क़ कहा कर पाओगे।।
देव
[15/10, 12:45 am] Dev… Devkedilkibaat.Com:
खुदा खुद इसी बात पे परेशान है,
जो नहीं है, उसी के लिए रोता इंसान है
देव
[15/10, 1:17 am] Dev… Devkedilkibaat.Com:
उसकी यादों, से तेरा वजूद नहीं है,
तू, तू है, उसकी मोहताज नहीं है,
आज हसने दे उस, पगला है,
एहसास जब होगा, कहां तू, कहां वो होगा।।
देव