बड़े कंफ्यूज से है वो,
क्या करे, क्या ना करें,
सोच में मगशूल से है वो,
कभी लगता है, बड़ जाए दो कदम आगे,
कभी ठहरे, ठिठक कर खड़े से है वो,
कह दे, हाल ए दिल, या दिल कोई और ढूंढे,
इसी कश्मेकष में, पड़े है वो,
दिन के हर पल में, बदलती है सोच,
चाय की प्याली पर भी, उलझे से है वो,
बड़े कंफ्यूज से है वो,
क्या करे, क्या ना करें,
सोच में मगशूल से है वो,
देव