अपने सांचे में ढाल, मुझे बनाया तूने,
दर्द हजार सह, संवारा है मुझे,
गीले में खुद सो, सुलाया है मुझे,
लोरियां गा कर, सपनों में, पहुंचाया है मुझे,
हां, सच कहते है, परछाई हूं मैं तेरी,
तू कहती है, तुझसे बेहतर हर बात है मेरी,
तेरी हर सांस में, बसी हूं मैं,
मेरे हर रोम में, दिखती है तू,
वो तू ही तो थी, मेरे हर संघर्ष में,
मेरी हिम्मत बढ़ाने वाली,
भटकी मैं भी थी, पर तू ही थी,
बेझिझक, सही राह दिखाने वाली,
याद है मुझको, लड़ना तेरा, मेरे लिए,
छिपा कर गम अपने, हंसना तेरा मेरे लिए,
प्यार से हाथ, तेरा सिर पर मेरे फेरना,
जब डर जाती थी, मैं हूं ना, तेरा कहना,
पता है, एक दिन तू चली जाएगी,
पर फिक्र ना कर, मेरी आंखो में भी,
आंसू की बूंद, एक ना आएगी,
क्यूं कि, तू कहा गई, है यही कही,
बसी है हरदम, मेरे हर रोम में।।
तू जिंदा है मुझमें, जिंदा रखूंगी तुझको,
फक्र है तुझ पर, नहीं झुकने दूंगी तुझको,
मैं तुझे आगे, और आगे लेकर जाऊंगी,
एक दिन मैं भी, तेरे जैसी, मां बन दिखाऊंगी।।
देव