खुशी का मोल, तू जानती है,
दर्द क्या है, तू पहचानती है,
माना, हंसी थोड़ी मंद है तेरी,
मुस्कान बिखेरना, आदत है तेरी,
बांट देती है पल में, खुशियां सारी
बटोरने में दर्द सबके, है पहली तेरी बारी,
हां, सुनती भी है सबकी, हर बात,
और मस्त हो, जीती है जिंदगी बेबाक,
देव