बस, तेरे पहलू में,मिल जाए वक़्त जरा

बस, तेरे पहलू में,
मिल जाए वक़्त जरा,
आंखे जब खुले,
या बंद हो पलकें जरा,
देखता रहूं, बस तुझे,
तू मेरे पास रहे सदा,

ना तेरा कल, ना मेरा कल,
बस हमारा दीवानापन,
और मोहब्बत का मौसम,
खिले गुल, गुलशन गुलशन,
चांदनी हो रात,
सितारों की बरसात,

ये दूरियां मिट जाए,
ये धड़कने मिल जाएं,
थामे हाथ, हाथो में,
कहीं दूर निकल जाए,

कुछ तो कहो,
कुछ तो बतलाओ,
आज मौका भी है,
और दस्तूर भी,
तुम बस, यूं ही मिलती हो,
या है मोहब्बत तुम्हे भी,

देव

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