बड़ी गौर से, सुनने लगी थी वो,
दिलचस्पी मेरी बातों में, लेने लगी थी वो,
बेकार की बातों में, कभी गुजारे थे लम्हे हमने,
जाने कब, काम की बातें करने लगे थे हम,
उसकी सोहबत का असर कहें,
या रंग मोहब्बत का,
जिंदगी में फलसफे दुंडने लगे थे हम,
कुछ पल ही सही, मुलाक़ात तो हो जाए,
बहाने हजार ढूंढने लगे थे हम,
देव