जिस हुस्न पर, इतना इतराती हो,
एक दिन उस पर, ग्रहण लग जाएगा,
मखमली चेहरा, सलवटों से भर जाएगा,
और तनख्वाह का एक मोटा हिस्सा,
कॉस्मेटिक्स में खर्च होता जाएगा,
फिर भी, क्या ये यौवन वापस आयेगा,
नहीं, बस दिलो में भरा प्यार, रह जाएगा,
आवाज भी खरखरा जाएगी,
तब ये मधुर गीत कौन सुनाएगा,
दिन का ज्यादा वक़्त, तने कसने,
और चिल्लाने में गुज़र जाएगा,
तब बस, दिलो में बसा प्यार रह जाएगा,
अभी भी वक़्त है, बस प्यार करो, और प्यार पाओ,
जो तुम्हे चाहे, उसे गले से लगा लो,
और जिसे तुम चाहो, ना पल गवाएं,
उसे हाल ए दिल बता दो।।
क्यूं कि, वक़्त नहीं रुकता,
जों कल था, वो आज नहीं होगा,
और जो आज है वो कल कहा मिलेगा।।
देव