बस तेरी तस्वीर तकता हूं।।

तू बस यूं ही मुस्कुराती रहे,
और मैं तुझे देखता रहूं
तू पास ना सही मेरे,
बस, मेरे दिल में तू रहे,

तू हां कहे, या कहे ना,
ये मर्जी है तेरी,
मैं चाहे नहीं जिंदगी तेरी,
पर मुझको तो ऐतबार है,
हां, मुझे तुझसे प्यार है,

कहते है, जो होता है,
अच्छे के लिए होता है,
मैं भी मानता हूं,
तेरे चुप को भी पहचानता हूं,
इसलिए, चुप रहता हूं,
बस तेरी तस्वीर तकता हूं।।

देव

Leave a Reply