सच तो सच है

सच तो सच है, मैं कैसे छोड़ दू,
क्यूं इक झूठ की खातिर,
खुद से ही रिश्ता तोड़ दूं,
इश्क़ है सच्चा, तो अपनाएगी,
वो सच सुनकर ही,
झूठ की नींव पर रखे रिश्ते,
कुछ पल में, दम तोड देते है।।
देव

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