उनसे मिली है, चांदनी मेरी

है जेहन में तू बसी,
तेरा दीदार, हर पल करू,
जब दिल में तू बसी,
तेरी तलाश, क्यूं करू,

खुशबू तेरी आती है,
हर बागबान से,
तेरी आवाज़ मिलती है,
कोयल की राग में,

बादल लाते है, खबर तेरी,
बारीशें आहटे तेरी,
चांद कह रहा था इक दिन,
उनसे मिली है, चांदनी मेरी।।

देव

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