खूबसूरती की मिसाल, उससे शुरू,
और उसी पर खत्म होती है।
मुझसे, उम्मीद ना करना, अब नहीं,
किसी और की तारीफ होती है।
लिखे है नगमे, कई उसके हुस्न पर,
मेरी किताब, नाम से उसके, भरी होती है।
अहम है, उसकी जगह, जिंदगी में मेरी,
शाम उससे अलविदा, लेकर ख़तम,
सुबह खुदा हाफ़िज़ कह उसको, शुरू होती है।।
देव