ना करना इश्क़ यारो, पछताओगे

ना करना इश्क़ यारो, पछताओगे,
अपने ही दिल के आगे,
पस्त हो जाओगे,
धड़कने, धड़कने तो फिर भी चलेगी,
बस जिंदा रखने को,
मगर हर धड़कन को, गैर पाओगे।

अहमियत, जिसे पता नहीं इश्क़ की,
बोलो, उसे कैसे समझाओगे,
और समझने से इश्क़ नहीं होता,
ये दिमाग नहीं, दिल का खेल है,
वो क्या करेंगे इश्क़,
जिनके दिल नहीं होता।

अब कर है लिया है, तुमने
भुगतना तो पड़ेगा,
इश्क़ में हर नखरे को,
सहना पड़ेगा,
एक तरफा इश्क़ है तो,
उस पाने कि जिद ना कर, वरना
जिंदगी भर, मखमल पर,
टाट के पैबंद बन, रहना पड़ेगा,

अगर, यकीं है अपने इश्क़ पर,
और खुद पर,
तो इत्मीनान रख,
तेरे दामन, में कुछ तो खास होगा,
एक दिन उसे भी, अहसास होगा,
तब तेरा इश्क़, तुझसे पूछेगा,
मोहब्बत है तुझसे,
क्या, मेरे नाम का दिल,
मुझे मिलेगा।।

देव

11 may 2020

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