One of friend asked to write something for her daughter turned 21 today..
I wish, I could be having a doughter, this is what, could come for her as well…
कल तक तो, अठखेलियां करती थी,
अपनी तुतलती बातों से, दिल जीत लेती थी,
पता ही नहीं चला, कब बड़ी हो गई,
बेटी से, कब मेरी सहेली बन गई,
हाथ भर की थी, जब तुम्हे गोद में लिया था,
आंखे भर आईं थीं, जब पहली बार तुम्हे देखा था,
और जब कदम रखे, मेरे आंगन में तुमने,
पापा ने, तुम्हें स्तुति नाम दे, आशीष लिया था,
अब तुम बड़ी हो गई, देखो, मुझ से,
सच में, मेरी नज़रे भी उठ गई, गर्व से,
खुश हूं मैं, आज दुनिया में, सब से,
हां, बेहतर हो तुम, कहीं ज्यादा, मुझ से।।
देव
2 may 2020