इंतेज़ार तो उन्हें भी है

इंतेज़ार तो उन्हें भी है,
मुलाक़ात का हमसे,
ना वो इकरार करते है,
ना इजहार करते है।

पढ़ लेते है अक्सर, जेहन में,
मंडराते सवालतों को,
ना वो पूछते है
ना जिक्र करते है।

मोहब्बत है, उन्हें भी,
इश्क़ है हमसे उन्हें,
ना वो कहते है,
ना खत में लिखते है।।

देव

16 may 2020

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