दूर जाने की कोशिश, तुझसे,
तमाम कर डाली,
तेरे नाम पर, लगा तोहमत,
नफ़रत दिल में तेरे, भर डाली,
मगर, ये दिल, दिल ही तो है,
कहा मानता है,
हर कदम भी, तेरा गुलाम है,
तेरी गली से रोज गुजारता है,
दिमाग और दिल, का आपस में,
अब थोड़ा वास्ता है,
आंखो में तेरी, बस तेरी सूरत,
सांसों को बस, तेरा आसरा है।।
देव
27 May 2020