कुछ पल में, जिंदगी जी लेती है,
ख्वाहिशें अपनी, पूरी कर लेती है।
दर्द को उड़ा कर, ओस की बूंदों में,
बारिश की बूंदों से, खुशियां चुन लेती है।
वो अक्सर, ही दिखती है आजकल,
बस कुछ लम्हों में, मुस्कुराहट बिखेरती है।।
देव
कुछ पल में, जिंदगी जी लेती है,
ख्वाहिशें अपनी, पूरी कर लेती है।
दर्द को उड़ा कर, ओस की बूंदों में,
बारिश की बूंदों से, खुशियां चुन लेती है।
वो अक्सर, ही दिखती है आजकल,
बस कुछ लम्हों में, मुस्कुराहट बिखेरती है।।
देव