बढ़ते बढ़ते, कुछ कदम,
रुक जाना, चाहिए कभी,
पूछते पूछते, कुछ सवाल,
थम जाना, चाहिए कभी,
वक़्त को भी, थोड़ा वक़्त,
देदो जरा, तुम कभी,
शाम अपनी, छत पर गुजारो,
निहारो नजारे, तुम कभी,
उम्र गुज़र, रही है यूं ही,
सांसों को गिन लो, तुम कभी,
आवाज दिल भी, दे रहा है,
दिल की भी सुन लो, तुम कभी।।
देव
वाह… वाह