मेरी कहा है अब,उसी के नाम जिंदगी

यूं इश्क़ के दामन को,
सिसकती थी जिंदगी,

मिला प्यार तू, कहने को,
भटकती थी जिंदगी,

हाल ए दिल कहा उनसे तो,
हां की प्यासी थी जिंदगी,

कुछ ना कहा, जब उसने,
बेकरार थी जिंदगी,

अब कह दिया कुछ उसने,
बेहिसाब है जिंदगी,

मेरी कहा है अब,
उसी के नाम जिंदगी।।

देव

Leave a Reply