कोई फितरे कस कर चला गया,
कोई इल्जाम है मड़ कर चला गया,
कोई हाथ पकड़ कर बैठा था,
वो हाथ छुड़ा कर चला गया,
कोई सपने दे कर चला गया,
कोई सपने तोड़ कर चला गया,
कोई सपनों में आता था कभी,
वो सपने छोड़ कर चला गया,
कोई मंजिल दिखा कर चला गया,
कोई मंजिल लुटा कर चला गया,
कोई राह में साथ था चलने लगा,
वो साथ छोड़ कर चला गया।
मैं चलता रहा, बस चला गया,
जो मिलते गए, संग चला गया,
कोई मुझको जुदा कर मुझसे गया,
मैं मुझको छोड़ कर चला गया।।
देव