जेहन में, लिखा, नाम तेरा, मिटाया नहीं जाता।
हां, इश्क़ है, अब तुझको, भुलाया नहीं जाता।
तू दूर है जितनी भी मगर, पास, बहुत है,
दिल में है मेरे, बसर तेरा, बताया नहीं जाता।
हर वक़्त, गुजारता है, मेरा, केशुओ में तेरे,
अब दिन है, या रात है, जताया, नहीं जाता।
मंदिर कभी, मस्जिद कभी, हर चौखट को चूमा,
सलामत तू रहे, हर पल, मगर मांगा, नहीं जाता।।
देव