कौन कहता है
मैं बड़ा हो गया हूं
कौन कहता है
मैं बड़ा हो गया हूं
मैं तो आज भी
वही बचपन जीता हूं
हर पल वहीं बचकानी
हरकते करता हूं
बारिश के थपेड़ों में
सरपट भागना
सड़क पे पड़े पानी को
पैरों से उछालना
यारो को टंगी मार कर
कीचड़ में गिराना
उठाने के बहाने से
खुद ही फिसल जाना
सने हुए हाथो से
बहन को चिढाना
हाथ धोए बिना
मां के हाथो से खाना
मैं तो आज भी
वही बचपन जीता हूं
हर पल वहीं बचकानी
हरकते करता हूं
साथियों की कॉपी से
अन्तिम प्रश्ठ फाड़ना
मरोड़ तरोड कर
हवाईजहाज बनाना
मास्टरजी के पड़ते वक़्त
छट से उड़ाना
और मुंह नीचे कर
कॉपी में कुछ भी लिखते जाना
सूसू करने के बहाने
कक्षा से बाहर जाना
और चुपचाप छुपके से
छुट्टी की घंटी बजाना
मैं तो आज भी
वही बचपन जीता हूं
हर पल वहीं बचकानी
हरकते करता हूं
बातें और भी है
जो में आज भी करता हूं
दोस्तो को रात के अंधेरे में
तन्हाई में खोजता हूं
आ जाओ यारो जीलो
फिर से बचपन अपना
अब जो निकल गया
कल नहीं आएगा
अभी तक सोचता रहा
सोचता रह जाएगा
पर
मैं तो आज भी
वही बचपन जीता हूं
हर पल वहीं बचकानी
हरकते करता हूं
कौन कहता है
मैं बड़ा हो गया हूं
कौन कहता है
मैं बड़ा हो गया हूं
- देव