अपने अहम को बचाने
किस हद तक तू गिर जाएगा
जो है तेरा, चाहता हैं तुझको
वहीं छोड़ तुझको जाएगा
वक़्त अभी है, और ना तू
तोड़ रिश्ते खीच कर
टूटा जो इक बार तो
फिर जुड़ ना यू पाएगा
प्यार देदे, प्यार लेले
थोड़ा सब्र करले, पल का तू
इश्क़ जो खत्म ही गया तो
नाम भी मिट जाएगा
देव