क्यूं परनाया म्हाने, छोटी सी उमर मा,

क्यूं परनाया म्हाने,
छोटी सी उमर मा,
घनी भारी लागू कि मैं,
थाने ओ बबासा,

क्यूं परनाया म्हाने, छोटी सी उमर मा,

अंख्या सू आंसू ढलके,
टुकड़े कलेज्या के,
थोड़ी सी जगा नहीं,
थी क्या थारे घर मा,

क्यूं परनाया म्हाने, छोटी सी उमर मा,

किने थे लाड़,
अब यू लडाओगा,
बेटी बेटी अब थे,
कुन ने पुकरोगा
म्हारी जरा सी भी,
फिक्र थने नहीं का,

क्यूं परनाया म्हाने, छोटी सी उमर मा,

देव

Leave a Reply