हुस्न को हुस्न कहूं, या तेरा नाम दे दूं,
बस, इक बार बता दे, क्यूं ना तुझसे,
मैं इश्क़ कर लूं,
धोरों सा सुनहरा, रंग तूने पाया है,
सांझ बिखरा, बालों से,
नजरो से जादू चलाया है,
लब, बस खुल के, बंद हुए है अभी,
क्या, मेरा नाम, तेरे लबों पर आया है,
नज़रे फिरती सी, पड़ी तुझ पर,
और रुक सी गई,
चांद शरमाया है, ये हुस्न तूने पाया है।।
देव
VERY NICE