देखो, नया साल आ रहा है

देखो, नया साल आ रहा है,
नई खुशियां लेकर,
भूल जाओ, जो हुआ,
हंसो, खिलखिलाते जाओ,
दोस्तो के संग, हुए होंगे
गिले शिकवे सही,
कुछ वक़्त है, करो कोशिश,
फिर वही रिश्ते बनाओ,
मिलते है, बड़ी मुश्किल से यार चार,
होता है, दोस्ती में भी प्यार,
माना, ठोकरें खा चुके है कई,
पर क्यूं बदले खुद को,
बड़ी मेहनत से बने है, ये हम यार,
अब जो वक़्त आयेगा,
सबसे बेहतर होगा,
रात जा चुकी है,
अब सवेरा होगा,
कुछ मिलेंगे, कुछ बिछड़ जाएंगे,
यादों का गुलिस्ता साथ होगा,
और साल तो बस एक बहाना है,
जिंदगी को और हसीन बनाना है,
कुछ सीख, लेनी है, उससे जो बीत गया,
खुद को, खुद से बेहतर बनाना है,
कुछ नए वादे करने है,
कुछ नई कसमें कहानी है,
कुछ नए किस्से बनाने है,
कुछ नए रिश्ते बनाने है,

यारो, बिंदास जीने की आदत
अब तुम भी डाल ही लो,
गम को कर के अलविदा,
नए साल नए अंदाज़ से जीलो।।

देव

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