प्यार है नाम, उसकी खुशी पर, कुर्बान हो जाने का

उसने बस इतना कहा था,
उसे पता नहीं, प्यार होता क्या है,
और जैसे सब बदल सा गया,
मेरा प्यार, उसके लिए और बढ़ गया,

कैसे बताऊं, प्यार होता क्या है,
मैं तो बस इतना बता सकता हूं,
मैं क्या समझता हूं,

साथ में जब वो हो, तू सुकुं मिलता हो,
उसकी आवाज सुनने को, दिल करता हो,
वो पास हो, या दूर कही हमसे,
दिलो में नजदीकियों का रिश्ता रहता है,

प्यार जब साथ हो, खुद पर भरोसा रहता है,
हर मुश्किल काम, बड़ा आसान लगता है,
तन्हा हो, पर नहीं डर तन्हाइयों से लगता है,
सूखी आंखो में भी, खुशनुमा बूंदों का,
बसेरा रहता है।

प्यार वो है, जिसमें कोई उम्मीद ना हो,
प्यार की खुशी में ही, अपनी खुशी हो,
कौन कहता है, प्यार है नाम पाने का,
प्यार है नाम, उसकी खुशी पर,

कुर्बान हो जाने का।।

देव

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