तू जितना भूलेगी, मैं याद और आऊंगा,
मैं वक़्त नहीं, जो गुज़र जाऊंगा,
कर दे नज़रों से दूर, मुझे पल में भला,
जेहन में बसता हूं मैं, यूं ही नहीं निकल पाऊंगा,
गुस्ताखियां की है मैंने, बस यार तुझे मान कर,
जब भी देगी आवाज, में फिर से चला आऊंगा,
देव
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तू जितना भूलेगी, मैं याद और आऊंगा,
मैं वक़्त नहीं, जो गुज़र जाऊंगा,
कर दे नज़रों से दूर, मुझे पल में भला,
जेहन में बसता हूं मैं, यूं ही नहीं निकल पाऊंगा,
गुस्ताखियां की है मैंने, बस यार तुझे मान कर,
जब भी देगी आवाज, में फिर से चला आऊंगा,
देव