दीदार ए यार

भटकता हूं, तलाश में उसकी,
हर गली , मोहल्ले में,
नाम उसका मिलता है लिखा,
हर दरवाजे पर,
आवाज भी सुनाई देती है,
अक्सर उसकी,
बस, होता ही नहीं, दीदार ए यार,
उसका किसी झरोखे में।।

देव

9 may 2020

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