प्यार में हिसाब करने लगा है

जिसे देखो, इम्तेहा ले रहा है,
अपनी तराजू पर, तोल रहा है,
पैबंद लगी चादर, ओढ़े बैठा है,
मखमल में कमियां ढूंढ रहा है।

मुसाफिर है सब, यहां मिले है,
कुछ पल को, सफ़र में, कर ले,
सफ़र ले हमसफ़र, तू क्यूं,
तन्हा सफर कर रहा है।

इश्क़ में खुदा है, इक बार,
दिल, लगा कर तो देख, मिलेंगी,
खुशियां बेहिसाब, तू क्यूं,
प्यार में हिसाब करने लगा है।

देव

Leave a Reply