फिक्र तो उसे भी रहती होगी

फिक्र तो उसे भी रहती होगी,
बस वो बयां नहीं करती,
बचा कर रखा है इश्क़ अपना,
यूं ही वो जाया नहीं करती।

कौन अपना है, कौन पराया,
कुछ समझ नहीं आता,
वक़्त कितना ही, लगा दो,
अक्सर, चला जाता है जाया।

हदें पार करने का, मौका,
ना दिया मैंने कभी,
हदें पार कर, इश्क़ करे कोई,
तो ना कहा नहीं जाता।।

देव

17 july 2020

Leave a Reply