मुद्दा तो यही है,
मैं उसे चाहता हूं, और,
वो कुछ और चाहती है,
कहते है, शिद्दत से किसी को चाहो,
तो पूरी कायनात, तुम्हे उससे,
मिलने में जुट जाती है,
मसला भी यही है, कि कायनात,
खुद है परेशान,
के शिद्दत का तराजू,
नहीं पता, है कहा।
मगर, प्यार भी तो यही सिखाता है,
पाने से ज्यादा, प्यार की खुशी चाहो,
बस, इसीलिए सारे मसले, सुलझा दिए,
उसकी खुशी में, अपने सपने लुटा दिए।।
देव
16 July 2020