ये सर्द मौसम, और ये तन्हाई,
कॉफी का मग, और तेरी रुसवाई,
काश! तू साथ होता, मेरे पास होता,
तेरे कंधे पर, रख सिर, मुझे सुकून होता,
कैसे कहूं, किसको कहूं, बाते दिल की,
कौन बताएगा मुझे, अब गलती मेरी,
किस्से करू झगड़ा, बे परवाह
कौन मनाएगा मुझे, बोल कर सॉरी,
अब तो मौसम भी, बेगाने से लगते है,
औरों की क्या कहे, खुद से खुद को पराए लगते है।
देव