कभी कुछ वक़्त, गुजारो संग अपने,
फिर पछताओगे, गर ना हो पाओगे अपने,
खुद ही, खुद से मोहब्बत तो कर लो,
थोड़ा इश्क़, थोड़ी नफरत भी कर लो,
जो कर से घायल, दिल को अपने,
ऐसी आदत से, तौबा जरा कर लो,
तस्सली मिले, जिस फिकर से तुमको,
फिकर से ऐसी, झोली, तुम भर लो,
कहां ढूंढ़ते हो, ख़ुशी तुम बाहर,
भीतर ज़रा अपने, नजर तो तुम डालो,
तन्हा जो कहते है खुद को यहां पर,
थोड़ी सी, खुद से, मोहब्बत निभा लो।।
देव
Very beautifully expressed 👌
Thanks