कुछ लम्हे उधार दे दे।।

यार, थोड़ा सा प्यार दे दे
कुछ लम्हें उधार देदे,

माना, तुझे आदत है अकेले जीने की,
नहीं होती है तलब, तुझे पीने की,
कभी यारो को, अपनी शाम दे दे,
कुछ लम्हें उधार दे दे,

बिन बताए तुझे, कुछ गम, मैं छीन लूंगा,
शिकन हटा माथे की, थोड़ी मुस्कान दूंगा,
यकीं कर मुझ पर, एक बार, तू हां कह दे,
कुछ लम्हें उधार दे दे,

ले कर दगा, सोचा था ना करेंगे प्यार अब,
बना खुदा तुझको, करने लगा हूं प्यार जब,
रहम कर बंदे पर, थोड़ा सा प्यार दे दे
कुछ लम्हे उधार दे दे।।

देव

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