नमस्कार, जोड़े दोनों हाथो को, करे प्रणाम,
अब इसमें भी है क्या ज्ञान,
साधारण सा आसान, मगर गूढ़ है विज्ञान,
करता है शरीर में, ऊर्जा का संचार,
किसने जाना था, बस संसो की लय से,
बना सकती है, ये दुर्ग अभेद,
अब विज्ञान भी मानता है वैज्ञानिक भी,
योग से बढ़कर नहीं है कोई, इलाज अभेद,
चलो करते है सब मिलकर, प्रण ये आज,
रोज करेंगे, सब संग मिलकर, प्राणायाम।।
देव