कब तक चुप रहती

Just heard, about struggle of one of my friend went through, and her smile, Lough was hiding so much pain, I never thought. I have tried to express through words but don’t think, is able to express whole..

Her name is Neeti..

Neeti, stay blessed 🙏

कब तक चुप रहती,
शब्दों की मार सहती,
इसीलिए, प्रतिकार किया,
मैंने उसको छोड़ दिया,

भोर भयनाक, दिन सुना,
राते अश्रुधार में निकलती थी
कोई वक़्त नहीं होता था, जब
मेरी आह नहीं निकलती थी,
प्यार जो था, वो ख़तम हो गया,
रिश्ते धीरे धीरे टूटे,
आस बची थी, इक दिन टूटी
मोह था,जो वो त्याग दिया,
मैने उसको छोड़ दिया,

नन्ही नन्ही पारियां मेरी,
मिलने को तरसती थी,
पर उसकी आवाज जब आती,
डर डर कर वो पलती थी,
सूरज जब भी, ढलता होता,
किसी कोने में दुबकती थी,
जाने कैसी किस्मत थी कि,
पिता का प्यार ना नसीब हुआ,
मैंने उसको छोड़ दिया,

जाने कितनी रातें मैंने,
उस दरी पर बिताई थी,
संग सामान के, गलती से,
शादी में वो आईं थी,
बिछा के उसको, अब भी अक्सर
सोती हूं, चौबारे पर,
आने जाने वाले पूछे,
जरा बतादो, ये अनमोल है क्या,
मैंने उसको छोड़ दिया,

अब बस मैं हूं, मेरा संकल्प,
मेरी परिया, मेरा संयम,
जीती हूं मैं, खुद का जीवन,
दिन सुहाना, रातें पावन,
अब नहीं मैं, आश्रित किसी पर,
दिल मेरा, है प्यार भी, जी भर,
ना दर्द है अब, ना दुख रत्ती भर,
ना अफसोस मुझे, क्या मैंने किया
अच्छा किया, जो,
मैंने उसको छोड़ दिया।।

कब तक चुप रहती,
शब्दों की मार सहती,
इसीलिए, प्रतिकार किया,
मैंने उसको छोड़ दिया,

देव

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